अनोखी दोस्ती
अनोखी दोस्ती भाग 12.
अब तक आपने पढ़ा। सिया और विनय दोनों आपस में बातें करते है।
सिया के विश्वास के लिए वह अपना घर सिया के नाम करने को तैयार हो जाता है।
धीरे धीरे पाँच साल हो जाते हैं इधर कोयल का लड़का भी बड़ा हो जाता है और वह एक दिन सुबह अपनी मम्मी से बोलता है।
आज मुझे आपको कुछ सरप्राइस देना है आप मेरे साथ चलना मुझे आपके साथ घूमना है। कोयल भी पुरानी बातें भूल कर अपने बेटे राघव के साथ बहुत खुश थी और उन्हें सेठ रायचंद और रीमादेवी का भरपूर प्यार मिल रहा था।
एक सुबह सेठ रायचंद अपनी पत्नी से बोले हमारी जिंदगी पता नहीं कितने दिन की है "हमें कोयल के नाम कुछ प्रॉपर्टी कर देनी चाहिए वह बेचारी अपनी आगे की जिंदगी कैसे बिताएगी।"
रीमा जी बोलती है "वह बहुत बहादुर है।वह सब संभाल लेगी आप उसकी चिंता बिल्कुल ना कीजिए"।
और वैसे हां आपकी बात सही है "हम अपना रोहताश नगर वाला घर और जमीन कोयल के नाम कर देते हैं"।
हां यही सही रहेगा,।
कोयल . आंटी मुझे आप लोगों को कुछ बात बतानी है।
हां बोलो बेटा क्या कहना चाहती हो।
अंकल आंटी " मैंने 3 -4 कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई किया था।
उन्होंने मुझे कल इंटरव्यू के लिए बुलाया है।"
सेठ रायचंद बोलते हैं" नौकरी! क्यों बेटा क्या तुम्हें या किसी बात की तकलीफ है"
कोयल नहीं" नहीं अंकल जी मुझे कोई तकलीफ नहीं है पर मैं पढ़ी लिखी हूं और अब तो मेरा राघव भी 5 साल का हो गया है अब मैं आराम से नौकरी कर सकती हूं मेरा समय भी कट जाएगा।"
हां बेटा तुम सही कह रही हो पर हां" कल मेरे पास भी तुम्हारे लिए कुछ सरप्राइस है तुम इंटरव्यू पर जाने से पहले
मुझसे मिलकर जाना"।
कोयल मन में सोचती है इस घर में हर कोई मुझे सर प्राइस देता रहता है अभी राघव मुझसे कह रहा था और अब आंटी कह रही हैं।
सरप्राइस यही सोचते-सोचते कोयल का पूरा दिन बीत रहा था वह यही सोचे जा रही थी क्या सरप्राइज मिलने वाला है उसे कल का इंतजार था।।
अगली सुबह वे राघव का काम करके ऑफिस इंटरव्यू के लिए निकलने वाली होती है वह बोलती है आंटी अंकल" मुझे आशीर्वाद दीजिए मुझे आपके आशीर्वाद की जरूरत है"l
रीमा अरे जो तेरे लिए सरप्राइस है क्या उसको बिना देखे ही चली जाएगी।
क्या सरप्राइज हे आंटी आप ऐसे ही कल से पूरे पहेलियां बुझा रहे हैं।
इतने में पीहू सामने से आते हुए दिखती है।
कोयल पीहू से "तुम कब आई मुझे तो पता ही नहीं लगा!" आंटी ने भी मुझे नहीं बताया।
पीहू कोयल के गले लगते हुए !"अच्छा बोल कोयल सरप्राइस कैसा लगा"
कोयल " मैं तुम्हें देखकर बहुत खुश हूं मैं बता नहीं सकती।
"अगर मैं पहले बता देती तो मैं तुम दोनों के चेहरे पर यह खुशी कैसे देखती"।
पीहू कोयल दोनों सहेलियां बहुत खुश होती हैं कोयल बोलती है
2 बेस्ट फ्रेंड इतने सालों बाद मिलकर बहुत खुश थे पीहू कोयल से बोलती है।
मुझे माफ कर दो कोयल" मैं तुम्हारी गुनहगार हूं अगर मैं यह सब नहीं करती तो तुम्हारी जिंदगी कभी खराब ना होती। मेरे मम्मी पापा और मैं तेरे लिए जितना भी कर लूं कम है हम सब तेरे गुनहगार हैं हमें माफ कर दो"।
कोयल पीहू से ऐसी कोई बात नहीं है" पीहू सब वक्त करवाता है । यह सब मेरे नसीब का खेल है इसमें तेरा कोई दोष नहीं"
तेरे मेरे हाथ में कुछ भी नहीं है अब इतना मत सोच मैं ठीक हूं।
"अब तुझे इंटरव्यू देने जाने की कोई जरूरत नहीं है"
तुमसे शाम को बैठकर भी ढेरों बातें करूंगी।
अभी" मुझे एक इंटरव्यू के लिए निकलना है"।
पीहू बोलती है सी के एंटरप्राइजेज कंपनी मै जाओ और वहां एचआर से बात कर लो बाकी की फॉर्मेलिटी पूरी कर लेना वहां तुम्हारा कॉल लेटर तैयार है ।और बस वह लेकर आ जाओ ।
कोयल "मैंने तो ऐसी किसी कंपनी में इंटरव्यू नहीं दिया"।
पीहू अरे बाबा कोयल" जाओ तो सही बाद में आकर सवाल जवाब करना।"
"अरे तेरे को इतना सब जानने की कोई जरूरत नहीं है बस इतना जान ले कि कोई तो है जो तेरी अनजाने में मदद कर रहा है। और तेरे लिए लड़ रहा है"।
कौन है पीहू बताओ ना?
रुक जा कोयल वक्त आने पर सब पता लग जाएगा जल्दी।
कितने सवाल करती है कोयल इतना लंबा सफर करके मैं बहुत थक गई हूं अब मैं थोड़ा सा आराम करना चाहूंगी
हां कोयल तुम भी अपना कॉल लेटर लेने चली जाओ।
हम दोनों बैठ कर शाम को ढेरों बातें करेंगे।
पीहू के कहने पर सी के एंटरप्राइजेज कंपनी में उसकी जॉइनिंग हो गई अब वह रोज जाब पर जाती।
अब कोयल बहुत अच्छा लगने लगा था। वह शाम को अपनी बेटे के साथ समय बिताती। और किसी के बारे में सोचने का उसके पास वक्त ही नहीं था।
अब आगे देख जानने के लिए अगले भाग का इंतजार कीजिए और अपनी सुंदर-सुंदर समीक्षाओं से मेरे हौसले को बताइए आपकी कमेंट ही मेरे हौसले को बढ़ाते हैं और आगे लिखने के लिए प्रेरित करते हैं अभी तक यह मेरी रचना 3000 से ऊपर लोग पढ़ चुके है उन्हीं सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏🙏💐💐
रचनाकार ✍️
वानी
16-Jun-2023 09:53 PM
Nice
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